आवैसी बढ़ा रहे तनाव, राममंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मुस्लिम पक्ष की लिखित सहमति : शहनवाज

नई दिल्ली । राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बीच सुनहरी मस्जिद विवाद में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि नौजवानों को अपनी ताकत बरकरार रखना चाहिए, कहीं ऐसा न हो कि हमारी मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं। ओवैसी के इस बयान पर भाजपा की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैय्यद शहनवाज हुसैन ने ओवैसी के इस बयान को उकसाऊ बताते हुए कहा कि वे हिंदू-मुसलमान समाज में तनाव फैलाना चाहते हैं।
ओवैसी ने पहली जनवरी को एक कार्यक्रम में कहा कि जहां हमने 500 साल तक सजदा किया आज वह जगह हमारे पास नहीं है। आप देख रहे हैं कि अब वहां क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये ताकतें आपके दिल से एकजटुता खत्म करना चाह रही हैं। वर्षों की कोशिश और मेहनत के बाद हम इस मुकाम पर हैं। इसलिए अपनी ताकत बरकरार रखो। ओवैसी ने इसी दौरान कहा कि नौजवानों अपने समुदाय की चिंता और ताकत बरकरार रखें, मस्जिदों को आबाद रखें। कहीं ऐसा न हो कि हमारी मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं।
ओवैसी के इस बयान पर भड़कते हुए हुसैन ने कहा कि उनकी पार्टी केवल उकसाऊ बयान देती है। कहां मस्जिदें छीनी जा रही हैं? क्यों वह गलतबयानी कर रहे हैं? हुसैन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। मुस्लिम पक्ष ने लिखित बयान के जरिए इस फैसले को माना है। ओवैसी हिंदू-मुसलमान में तनाव पैदा करना चाहते हैं। वह ऐसे बयान देकर लोगों को उकसाना चाहते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के नेता सुरेंद्र जैन ने भी ओवैसी के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह लगातार सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना कर रहे हैं। यह न्यायालय की अवहेलना के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि हम ओवैसी जैसे नेताओं से कहना चाहते हैं कि वो मुस्लिम समुदाय को न उकसाए। उन्होंने कहा कि ओवैसी मुस्लिम समाज को वहां भेजना चाहते हैं जहां विकास की बात ही नहीं होती है।
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। इसके लिए 16 जनवरी से पूजा की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।